बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल के बीच भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता खेसारी लाल यादव का मुंबई स्थित बंगला विवादों में आ गया था। ठाणे के मीरा भायंदर नगर निगम ने उनके बंगले के कुछ हिस्सों को अवैध बताते हुए नोटिस भेजा था, जिसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि क्या उनके 'खून-पसीने की कमाई' से बनाए गए इस घर पर बुलडोजर चलेगा? इसी बीच, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक वीडियो तेजी से वायरल होने लगा, जिसमें एक जेसीबी मशीन एक आलीशान घर को ढहाती हुई दिख रही है। वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स ने दावा किया कि यह कार्रवाई खेसारी लाल यादव के बंगले पर की गई है। इस वीडियो ने आरजेडी नेता के समर्थकों और प्रशंसकों के बीच चिंता का माहौल पैदा कर दिया।
जयपुर वोकल्स फैक्ट चेक में सामने आई सच्चाई
हालांकि, 'जयपुर वोकल्स फैक्ट चेक' की पड़ताल में यह सामने आया है कि बुलडोजर कार्रवाई का यह वायरल वीडियो पूरी तरह से नकली है और इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाया गया है। कीवर्ड्स के जरिए गहन सर्च करने पर प्रशासन द्वारा खेसारी लाल यादव के घर पर किसी भी तरह की बुलडोजर कार्रवाई की कोई विश्वसनीय और पुख्ता खबर नहीं मिली। सभी न्यूज़ रिपोर्ट्स सिर्फ नगर निगम द्वारा नोटिस भेजे जाने की बात की पुष्टि करती हैं।
AI वीडियो पकड़ने वाली तकनीकी खामियां
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए जब इसका बारीकी से विश्लेषण किया गया, तो इसमें कई ऐसी विसंगतियां (inconsistencies) पाई गईं जो इसके AI जनरेटेड होने की तरफ इशारा करती हैं, वीडियो के विभिन्न दृश्य एक समान गति में नहीं चल रहे थे। कुछ विजुअल सामान्य स्पीड पर थे, तो कुछ अचानक स्लो-मोशन में नजर आए। वीडियो में बाईं ओर खड़े एक व्यक्ति के हाथों का आकार अचानक से अप्रत्याशित रूप से बढ़ता हुआ दिखाई दिया, जो AI जेनरेटेड वीडियो में अक्सर होने वाली एक खामी है।
मकान के ऊपर से भारी मलबा गिर रहा था, लेकिन नीचे खड़े लोगों में कोई हलचल या घबराहट नहीं दिखी और वे बिल्कुल सामान्य खड़े थे। असली घटना में ऐसी प्रतिक्रिया असंभव है। वीडियो को और गौर से देखने पर, दाईं तरफ नीचे की ओर 'Gemini' का एक छोटा-सा लोगो नजर आया। 'Gemini' गूगल का एक AI मॉडल है, जिसका उपयोग AI-जनरेटेड वीडियो और तस्वीरें बनाने के लिए किया जाता है जो देखने में बेहद वास्तविक लगती हैं।
AI डिटेक्टर टूल ने भी की पुष्टि
इन विसंगतियों के आधार पर, वीडियो को Hive Moderation नामक एक AI डिटेक्टर टूल से टेस्ट किया गया। इस टूल ने साफ तौर पर बताया कि इस वीडियो के 99 प्रतिशत AI से बने होने की संभावना है।
निष्कर्ष:
यह स्पष्ट होता है कि भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव के बंगले पर बुलडोजर कार्रवाई का दावा करने वाला वीडियो असली नहीं है। यह केवल एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनाया गया 'डीपफेक' वीडियो है।