Purnima Vrat: बेहद फायदेमंद है मार्गशीर्ष पूर्णिमा का व्रत, जानें नियम

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Posted On:Tuesday, December 19, 2023

सनातन धर्म की व्रत परंपरा में पूर्णिमा व्रत का विशेष महत्व है। मान्यताओं के अनुसार भगवान बुद्ध, दत्तात्रेय और सुब्रमण्यम का जन्म पूर्णिमा तिथि को हुआ था। इसलिए इस तिथि का विशेष महत्व है। आमतौर पर पूर्णिमा के दिन भगवान सत्य नारायण की पूजा की जाती है। पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा 26 दिसंबर को है. जानिए मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत के नियम और लाभ।

पूर्णिमा व्रत के लाभ

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पूर्णिमा का व्रत करने से शरीर और मन में सकारात्मक ऊर्जा आती है। साथ ही इससे पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। इसके अलावा यह गैस, एसिडिटी आदि की समस्या से भी छुटकारा दिलाता है। इतना ही नहीं पूर्णिमा का व्रत करने से मन शांत और बुद्धि स्थिर रहती है।

पूर्णिमा का व्रत कैसे करें

प्राचीन परंपरा के अनुसार पूर्णिमा व्रत करने वालों को सुबह सूर्योदय से पहले स्नान करना चाहिए। अपनी श्रद्धा के अनुसार भगवान शिव या भगवान विष्णु की पूजा करें। हालाँकि इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा करना शुभ माना जाता है। आप घर पर या किसी मंदिर में भगवान सत्यनारायण की पूजा कर सकते हैं। पूर्णिमा व्रत के दौरान भोजन और नमक का सेवन नहीं किया जाता है। ऐसे में जो लोग व्रत रख रहे हैं उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए। पूर्णिमा व्रत सूर्योदय से चंद्रोदय तक रखा जाता है। चांद देखने से व्रत टूट जाता है.


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